एनटीपीसी बरौनी ने मनाया 79वां स्वतंत्रता दिवस

एनटीपीसी द्वारा वर्ष 2032 तक 130 गीगा वाट की संस्थापित क्षमता प्राप्त करने का रखा गया लक्ष्य 
बेगूसराय। एनटीपीसी बरौनी ने प्लांट परिसर प्रशासनिक भवन में स्वतंत्रता दिवस को बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया। इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि परियोजना प्रमुख जॉयदीप घोष ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर कार्यक्रम की शुरुआत की जिसके बाद सभी ने एक स्वर में राष्ट्रगान गाया। मुख्य अतिथि ने समारोह को संबोधित करते हुए अपने संबोधन में इस दिन के महत्व पर जोर दिया और राष्ट्र निर्माण में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए कर्मचारियों को प्रेरित किया। आजादी के बाद संपूर्ण भारत में बिजली की काफी किल्लत थी। भारत सरकार द्वारा सम्पूर्ण देश की बिजली की आवश्यकता को पूरा करने के उद्देश्य से एनटीपीसी लिमिटेड की स्थापना 07 नवंबर 1975 को की गई थी। शून्य से यह यात्रा उस समय शुरू हुई थी गौरव की बात है कि आज हमने कोयला गैस जल पवन एवं सौर आधारित सभी प्रकार की यूनिटो मिलाकर  82,977 एमडब्ल्यू की क्षमता अर्जित कर ली है। एनटीपीसी द्वारा वर्ष 2032 तक 130 गीगा वाट की संस्थापित क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है । उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए हमें हर हाल में यह लक्ष्य प्राप्त करना है। अपने संबोधन में उन्होंने हालिया प्रमुख उपलब्धियों को साझा किया और उच्चतम सुरक्षा मानकों को अपनाने की अपील की। परियोजना परिसर में उपस्थित बाल भवन के बच्चों द्वारा एक लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम के अंत में एचओपी मेरिटोरियस पुरस्कार उन कर्मचारियों को प्रदान किए गए जिन्होंने अपने कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। परियोजना परिसर में उपस्थित बाल भवन के बच्चों तथा टाउनशिप की महिलाओं द्वारा एक लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गयी। प्रतीकात्मक अवसर को चिह्नित करने के लिए गुब्बारे भी छोड़े गए। कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थितों द्वारा देशभक्ति के नारों के साथ हुआ।
माउंट लिट्रा पब्लिक स्कूल एवं किडज़ी में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया
आज संपूर्ण भारतवर्ष ने गर्व और उल्लास के साथ अपना 79वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया। इसी कड़ी में माउंट लिट्रा पब्लिक स्कूल एवं किडज़ी में भी देशभक्ति की अलौकिक गूँज सुनाई दी। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की प्राचार्या डॉ शीतल देवा एवं निदेशक डॉ मनीष देवा द्वारा ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान के साथ हुआ। जैसे ही तिरंगा आसमान में लहराया विद्यालय प्रांगण देशभक्ति के रंगों से सराबोर हो उठा। इसके पश्चात रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई जिसमें नन्हे मुन्ने बच्चों से लेकर वरिष्ठ कक्षाओं के विद्यार्थियों ने गीत नृत्य कविताओं और नाटिकाओं के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। हर प्रस्तुति ने उपस्थित जनों के हृदय में देशभक्ति की भावना को और गहरा कर दिया। ताइक्वांडो प्रतियोगिता में सीबीएसई के राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। प्राचार्या डॉ शीतल ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं बल्कि यह हमें उन अनगिनत बलिदानों की याद दिलाता है जिनकी बदौलत आज हम स्वतंत्र भारत के नागरिक हैं। निदेशक डॉ मनीष देवा ने अपने संदेश में कहा कि आज का यह पावन अवसर हमें एकता अनुशासन और राष्ट्रप्रेम का अद्वितीय संदेश देता है। हमें अपनी भावी पीढ़ी के हृदय में इन मूल्यों को संजोने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए तभी हम एक सशक्त और स्वर्णिम भारत का निर्माण कर पाएंगे।
एसबीएसएस महाविद्यालय में प्राचार्य प्रो राम अवधेश कुमार ने झंडोत्तोलन कर सलामी ली। देश की आजादी में बलिदान देने वाले उस वीर सपूतों को याद कर नमन किया। जीवन में लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक : सर्वेश कुमार 
एमसीए एमबीए और बीसीए के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया
गंगा ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन हर्षोल्लास और देशभक्ति के जोश के साथ किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वजारोहण से हुई। जिसके बाद छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दरभंगा स्नातक क्षेत्र के विधान पार्षद सर्वेश कुमार ने कहा कि जीवन में लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है। योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ने पर ही सफलता मिलेगी। उन्होंने छात्रों को उद्यमिता एंटरप्रेन्योरशिप की ओर प्रेरित किया और स्वयं का लक्ष्य तय करें और उसे पाने के लिए दृढ़ योजना बनाएं का संदेश दिया। संस्थान की प्राचार्य डाॅ. सुधा कुमारी झा ने स्वतंत्रता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों से विकसित भारत @2047 के विजन पर काम करने का आह्वान किया। कार्यक्रम समन्वयक प्रो मुरारी कुमार ने तकनीकी विकास के महत्व पर चर्चा की। प्रो विवेक कुमार ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की उपयोगिता बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों के व्यक्तित्व विकास और सामाजिक चेतना के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। मौके पर एमसीए एमबीए और बीसीए के छात्रों द्वारा नृत्य गीत भाषण और विशेष ऑपरेशन सिन्दूर नाटक का मंचन किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रो ऋषभ कुमार ने किया।
रामचरित्र सिंह महाविद्यालय मंझौल में प्रधानाचार्य प्रो कमलेश कुमार ने झंडोत्तोलन कर सलामी ली। 
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