
राष्ट्रीय स्तर के दो महान बहुजन नेताओं के परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
दलित शोषितों के अधिकारों के लिए सशक्त राजनीतिक में किया संघर्ष
बेगूसराय। रामविलास पासवान ने सामाजिक न्याय और दलित शोषितों के अधिकारों के लिए सशक्त राजनीतिक संघर्ष किया जबकि कांशीराम ने बहुजन राजनीति को संगठित कर देश की राजनीति में दलित और पिछड़े समुदायों को एक निर्णायक मंच दिया। ये बातें राष्ट्रीय स्तर के दो महान बहुजन नेताओं श्रद्धेय रामविलास पासवान और मान्यवर काशीराम की परिनिर्वाण दिवस पर गाछी टोला सामुदायिक भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में जिलाध्यक्ष विकास कुमार आजाद ने कहा। उन्होंने कहा कि आज के इस कार्यक्रम का उद्देश्य इन महापुरुषों के जीवन दर्शन व कार्यों को याद करना और उनकी विचारों को आगे जनजन तक बढ़ाने का प्रण करना किया गया। रामविलास पासवान ने पहली बार 1977 में औलौली विधानसभा से निर्वाचित हुए उस समय से अपने जीवन काल तक सत्ता में बने रहे कई महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्री पद पर रहे 9 बार सांसद और दो बार राजसभा के सदस्य बने। जहां भी वहां हमेशा दलित शोषित वंचित अकलियत धार्मिक अल्पसंख्यक की लड़ाई लड़ते रहे अंत में आर्थिक रूप से पिछड़ा समाज को EWS के माध्यम से 10 प्रतिशत आरक्षण देने का काम किया। मन्यवर कांशीराम साहब ने दलित व बहुजन समूहों के लिए अपन जीवन समर्पित कर दिए और उनके संगठित उत्थान के लिए कई संस्थाएँ स्थापित की। जिनमें BAMCEF (All India Backwards, SC/ST, OBC and Minorities Employees’ Federation), DS-4 (Dalit Shoshit Samaj Sangharsh Samiti) और अंततः बहुजन समाज पार्टी बसपा प्रमुख है।
इन संगठनों के माध्यम से उन्होंने शैक्षणिक और प्रशासनिक कर्मियों में जागरूकता फैलाकर राजनीतिक संगठनों की बुनियाद रखीं। म. कांशीराम ने बहन मायावती को अपना प्रमुख शिष्य और राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाया।।उन्हें पार्टी के बदलते रणनीतिकरण और चुनावी गठबंधनों के ज़रिये सत्ता तक पहुँचाने में केंद्रीय भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व और संगठनात्मक तैयारियों ने मायावती को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में चार बार सत्तारूढ़ होने का रास्ता खोलने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। साथ ही ग्रामीण विंदेश्वरी पासवान ने कहा कि देश के बड़े संवैधानिक पद बैठे बी आर गंवई साहब पर जब जूता फेंका जा सकता है तो हम दलित बहुजन को ये मनुवादी क्या समझेंगे। इस बात पर और जोर देकर उन्होंने कहा कि देश में जितने भी अम्बेडकरवादी है सबको एक साथ होकर अपनी लड़ाई लड़नी चाहिए नहीं तो सदियों ये मनुवादी हमपे अत्याचार करते आए और आगे करते रहेंगे। कार्यक्रम में स्थानीय कार्यकर्ता सामाजिक कार्यों से जुड़े नागरिक और आमजन की अच्छी उपस्थिति रही।CONTACT FOR NEWS & ADD – 7903657987











