
मां सरस्वती की पूजा आराधना करें विधि विधान से, मिलेगा अलौकिक फल का लाभ

आपको बता दें कि दीपावली के अलावा बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की आराधना के लिए शुभ माना जाता है शास्त्रसंगत इस दिन माता की उत्पत्ति हुई थी मां सरस्वती को हिंदू धर्म की प्रमुख देवियों में से एक माना जाता है और इनके अन्य नाम शारदा शतरूपा वीणा वादिनि नामों से भी जानी जाती है। मां सरस्वती का बीज मंत्र ॐ ऐं सरस्वत्ये नमः का जाप छात्रों को प्रतिदिन अवश्य करना चाहिए इससे अलौकिक फल का लाभ मिलता है। माता का प्रिय रंग पीला है इसलिए इनकी पूजा में इस रंग के चीजों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। कहते हैं मां सरस्वती ज्ञान में वृद्धि करती है अगर परीक्षा में जाने से पहले मां सरस्वती की सच्चे मन से आराधना की जाए तो उस परीक्षा में सफलता मिलने के आसार बढ़ जाते हैं। मां को प्रसन्न करने के लिए सरस्वती वंदना का पाठ नियमित रूप से करना चाहिए इससे मां की कृपा शीघ्र ही प्राप्त हो जाती है। सरस्वती वंदना के पाठ से मन पर काबू पाया जा सकता है जिससे मन जरूरी कार्यों के समय भटकता नहीं है। गौरतलब बात यह है कि इस बार पूजा तिथि को लेकर मन में संशय बना हुआ था कि पूजा कब है आपको बता दें कि सरस्वती पूजा पंचमी तिथि को मनाया जाता है गुप्त नवरात्रि का पांचवां पूजा स्कंदमाता माता का है और 03 फरवरी को उदया तिथि और कुंभ का शाही स्नान होने से पूजा शास्त्र सम्मत होगी और इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है।